Shiksha Samachar: राजस्थान सरकार के उपक्रम राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम (RSLDC) का कौशल विकास प्रशिक्षण हेतु बहुराष्ट्रीय कंपनी आईटीआरसी के साथ अनुबंध राजस्थान सरकार के उपक्रम राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम (RSLDC) का कौशल विकास प्रशिक्षण हेतु बहुराष्ट्रीय कंपनी आईटीआरसी के साथ अनुबंध ================================================================================ Rizwan Khan on 29/12/2014 17:24:00 इंदौर । सूचना प्रौद्योगिकी प्रशिक्षण संस्थान आईटीआरसी ने हाल ही में राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम (RSLDC) से अनुबंध किया जिसके तहत ‘‘रोजगार लिंक कौशल विकास प्रशिक्षण" (ELSTP) के अंतर्गत विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रशिक्षण दिया जाना है। इस अनुबंध के तहत राष्ट्रीय स्तर की उच्च श्रेणी की संस्थाओं को चयनित किया जाना है जिसमें आईटीआरसी को चयनित कर 3 वर्ष का अनुबंध किया गया है। इस अनुबंध में आईटीआरसी राजस्थान के निवासी विद्यार्थियों को कौशल विकास का प्रशिक्षण देकर विभिन्न कंपनियों में रोजगार दिलायेगी। यह अनुबंध 24 दिसंबर 2014 को जयपुर के RSLDC मुख्य कार्यालय में आईटीआरसी के डायरेक्टर श्री रिजवान खान एवं RSLDC के जनरल मैनेजर, श्री उषाष्पति त्रिपाठी एवं श्री विश्वास पारिक द्वारा समारोह पूर्वक अनुबंध पर हस्ताक्षर किये। आईटीआरसी संस्थान के डायरेक्टर श्री रिजवान खान ने बताया कि राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम द्वारा प्रायोजित रोजगारपरक लद्यु अवधि कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रमों का मुख्य उद्देष्य प्रशिक्षणार्थियों में कौशल विकसित करने के उपरान्त उन्हे रोजगार से जोडना है तथा प्रदेश की अर्थव्यवस्था एवं आर्थिक क्षेत्रों में रोजगार की संभावनाओं को दृष्टिगत रखते हुए राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम के पाठ्यक्रम भारत सरकार द्वारा संचालित कौशल विकास पहल योजना (SDI) के अंतर्गत माॅड्यूलर एम्पलाॅयेबल स्किल्स (MES) के आधार पर तैयार किये गये है इन पाठ्यक्रमों में रोजगार (नौकरी) की संभावना के दृष्टिगत यथोचित सैद्धांतिक जानकारी एवं प्रायोगिक विषय वस्तु पर जोर दिया जाना अपेक्षित है इन पाठ्यक्रमों में व्यवहार कुशलता (SOFT SKILLS) माॅड्यूल भी जोडे गये है । श्री खान ने यह बताया कि उक्त प्रशिक्षण प्रशिक्षणार्थियों की रोजगारपरक दक्षताओं में अभिवृद्वि करने के उददेश्य से किया गया है गौरतलब है कि आईटीआरसी द्वारा देश एवं विदेशों में 850 से अधिक केन्द्र संचालित किये जा रहे है। जिससे प्रदेश के युवाओं में रोजगार परक हुनर विकास के बाद उन्हे रोजगार भी प्राप्त हो इसके अनुसरण मे प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षणोपरांत रोजगार प्रदान कराना संस्थान का महत्वपूर्ण अंग है। संस्थान पूर्व में भी विद्यार्थियों के हितार्थ कौशल विकास प्रशिक्षण संचालित करता आ रहा है संस्थान अपने गुणवक्तापूर्ण शैक्षणिक कार्यक्रम तथा मूलभूत आधारगत संरचना के चलते अनेक राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय मानक संस्थाओं पर खरी उतरी है। तथा भविष्य में भी इस प्रकार के कौशल विकास प्रशिक्षण का आयोजन करती रहेगी।