ITRC ने किया फर्नीचर एवं फीटिंग के क्षेत्र में कौशल विकास प्रशिक्षण हेतु जागरूकता शिविर का आयोजन

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ITRC ने किया फर्नीचर एवं फीटिंग के क्षेत्र में कौशल विकास प्रशिक्षण हेतु जागरूकता शिविर का आयोजन

इंदौर। भारतवर्ष में ‘विश्वकर्मा जयंती‘ 17 सितंबर को बडे़ धूम-धाम के साथ मनाई जाती है इस दिन देश के विभिन्न राज्यों के औद्योगिक क्षेत्र, फेक्ट्रियों, लोहे की दुकान, वाहन शोरूम, सर्विस सेन्टर, फर्नीचर की दुकानों आदि में पूजा की जाती है। भगवान विश्वकर्मा जी को विश्व का निर्माता तथा देवताओं का वास्तुुकार माना जाता है। यह भी माना जाता है कि विश्वकर्माजी स्वर्ग से द्वारिका तक के रचियता थे। इस दिन ज्यादातर कल-कारखाने बंद रहते है।

भगवान विश्वकर्मा जी की यह परम्परा आज भी चलाई जा रही है आज विश्वकर्मा जयंती को षिल्पकार उत्सव के रूप में मनाते है। प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी विश्वकर्मा जयंती बडे ही हर्षोल्लास के साथ मनाई गई जिसमें इंदौर शहर के बाणगंगा क्षेत्र के बाणेष्वरी कुंड नामक स्थान पर इस महोत्सव का आयोजन किया गया। जिसमें राष्ट्रीय स्तर की कौषल विकास प्रषिक्षण संस्था नेषनल स्किल डेवलपमेंट काॅर्पोरेषन (एनएसडीसी) के ट्रेनिंग पार्टनर आईटीआरसी टेक्नोलाॅजिस प्रायवेट लिमिटेड द्वारा स्टाॅल लगाया गया। जिसमें फर्नीचर एवं फीटिंग सेक्टर के कोर्सेस के बारे में जानकारी दी गई कारपेंटरों को प्रषिक्षण एवं उससे होने वाले लाभ की जानकारी संस्थान के प्रवक्ता रमाकान्त शर्मा तथा गजेन्द्र तोमर द्वारा दी गई तब स्टाॅल पर कारपेंटरों का हुजूम उमड पड़ा, कई कारपेंटरों ने तो संस्थान के प्रवक्ता को कोर्स संबंधित जानकारी व फायदे बताने के लिये धन्यवाद अदा किया क्योंकि उन्हे न तो पहले इस प्रषिक्षण की जानकारी थी और न ही फायदों की जानकारी थी। स्टाॅल पर ही करीब 150 से अधिक प्रविष्टियाॅं दर्ज हो चुकी थी। 

महोत्सव में उपस्थित कारपेंटर विक्की शर्मा ने बताया कि कारपेंटरों को विष्वकर्मा जयंती के दिन सबसे बड़ा षिल्पकारी का उपहार मिला है उन्होंने संस्थान को धन्यवाद देते हुए कहा कि आपने कारपेंटरों के कौषल विकास हेतु एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है जो कि कारपेंटरों के भविष्य को सफल बनायेगा। जिससे प्रत्येक कारपेंटर एक कुषल कारीगर बन जायेगा तथा उसके पास अपनी कुषलता का प्रमाण भी होगा। संस्थान के प्रवक्ता द्वारा उन्हे संस्थान के बारे में संपूर्ण जानकारी दी गई।

 संस्थान के प्रवक्ता गजेन्द्र तोमर ने बताया कि संस्थान लगभग 16 वर्षों से भारत के साथ-साथ 4 अन्य देशों में भी कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम अधिकश्त केन्द्रों के माध्यम से संचालित कर रहा है। जहाॅं पर अभी तक 1.5 लाख से अधिक प्रशिक्षणार्थियों को कौशल विकास प्रशिक्षण प्रदान कर चुके है।